पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व

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पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व
पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व

पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व- इस आर्टिकल में आज SSCGK आपसे पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व  के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इससे पहले आर्टिकल में आप महासागरीय जलधाराएं के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।

पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व-

वर्तमान समय में पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत हो गया है। पत्रकारिता शब्द के लिए Journalism शब्द का प्रयोग किया जाता है, जो कि एक अंग्रेजी भाषा का शब्द है, इसका अर्थ होता है पत्रकारिता। Journalism (पत्रकारिता) शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के Journal नामक शब्द से हुई है। पत्रकारिता के अंतर्गत दैनिक समाचार पत्रों से लेकर साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, वार्षिक, आदि पत्र पत्रिकाएं आती हैं।

पत्रकारिता समाज का दैनिक गतिविधियों का आईना होता है। यह हमें दिन प्रतिदिन समाज में घटित होने वाली घटनाओं से अवगत कराता है। इसका सीधा संबंध समाचार पत्रों से होता है, जिनमें हर रोज देश-विदेश के समाचार प्रकाशित होते हैं। ये समाचार शिक्षा, मनोरंजन, खेल एवं अंतरराष्ट्रीय  घटनाओं पर आधारित होते हैं।

DEFINITION OF JOURNALISM TYPES AND IMPORTANCE:-

पत्रकारिता को समाज एवं लोकतंत्र का आधार माना जाता है। विभिन्न विद्वानों ने अपने अपने मतानुसार पत्रकारिता को परिभाषित करने का प्रयास किया है, जोकि निम्नलिखित हैं-

महादेवी वर्मा के अनुसार,”पत्रकारिता एक रचनाशील विद्या है। इसके बगैर समाज को बदलना असंभव है, अतः पत्रकारों का अपना दायित्व और कर्तव्यों का निर्वाह निष्ठापूर्वक करना चाहिए, क्योंकि उन्हीं के पैरों के छालों से इतिहास लिखा जाएगा।”

मैथ्यू अर्नाल्ड के अनुसार,”पत्रकारिता को शीघ्रता में में लिखा जाने वाला साहित्य कहा गया है।”

 पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व:-

डेविड वेनराइट के अनुसार, “पत्रकारिता भावाभिव्यक्ति का साधन है। यह जनता की इच्छा और जानकारी के लिए नवीन तथ्यों को प्रस्तुत कर उनको संतुष्ट करती है।”

पत्रकारिता के प्रकार –पत्रकारिता के कई प्रकार होते हैं जिनमें से प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं-

  1. खोज परक पत्रकारिता
  2. विशेषीकृत पत्रकारिता
  3. वॉचडॉग पत्रकारिता
  4. एडवोकेसी पत्रकारिता
  5. No.1.खोज परक पत्रकारिता- ऐसी पत्रकारिता जिसमें गहराई से खोजबीन करके उन तथ्यों और सूचनाओं को सामने लाने की कोशिश की जाती है, जिन्हें छिपाने की कोशिश की जा रही हो।इस प्रकार की पत्रकारिता खोजपरक पत्रकारिता कहलाती है। ऐसी पत्रकारिता में समाज के लोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार, गड़बड़ियों और अनियमितताओं को सामने लाने का प्रयास किया जाता है।

पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व:-

  1. विशेषीकृत पत्रकारिता- विशेषीकृत पत्रकारिता के अंतर्गत संसदीय, आर्थिक ,न्यायालय, खेल, विज्ञान और विकास, अपराध तथा फैशन और फिल्म पत्रकारिता आदि आते हैं । इन क्षेत्रों से संबंधित समाचार बिना विशेषता प्रकट किए देना कठिन होता है इसी कारण से इसे विशेषीकृत पत्रकारिता कहा जाता है।
  2. वॉचडॉग पत्रकारिता- एक अच्छे लोकतंत्र के लिए पत्रकारिता की भूमिका अहम होती हैं। पत्रकारिता ही सरकार के कामकाजों पैनी नजर रखती है ताकि सरकार द्वारा की गई किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को जनता के सामने लाया जा सके। इसी कारण से ही परंपरागत रूप से इस प्रकार की पत्रकारिता को वॉच डॉग पत्रकारिता कहा जाता है।

पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व:-

  1. एडवोकेसी पत्रकारिता- समाचार संगठन कई बार किसी विचारधारा या किसी खास मुद्दे को उठाकर
    या फिर उस विचारधारा यह मुद्दे के पक्ष में जनमत हासिल करने के लिए जोरदार तरीके से अभियान
    चलाते हैं। इस प्रकार की पत्रकारिता एडवोकेसी पत्रकारिता कहलाती है प्राय इस प्रकार की पत्रकारिता
    का प्रयोग किसी खास मुद्दे या विचारधारा पर सरकार को, उसके अनुकूल प्रतिक्रिया के करने के लिए
    बाध्य करने के लिए किया जाता है।

पत्रकारिता का महत्व- एक लोकतांत्रिक देश में पत्रकारिता बहुत महत्वपूर्ण स्तंभ होती है। यह हमें देश विदेश की
दैनिक घटनाओं से अवगत कराती है। वर्तमान युग में पत्रकारिता का बहुत महत्व है जोकि निम्नलिखित हैं-

पत्रकारिता की परिभाषा प्रकार एवं महत्व:-

  1. यह हमें देश-विदेश में होने वाली दैनिक घटनाओं की विस्तृत जानकारी देती है।
  2. यह हमें हमारे कर्तव्यों एवं अधिकारों से परिचित करवाती है।
  3. इसके माध्यम से हमें विश्व के कोने कोने में होने वाली घटनाओं की पल-पल की जानकारी मिलती है।
  4. यह समाज सुधार, राष्ट्रीय चेतना और मानव कल्याण की प्रेरणा प्रदान करती है।
  5. यह हमें ज्ञान विज्ञान से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी देती है।
  6. पत्रकारिता जन सामान्य को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाती है।
  7. यह जन सामान्य को वर्तमान युग की समस्याओं से जोड़ती है।
  8. यह वर्तमान समय में जनता की आंखों की रोशनी और कानों की श्रवण शक्ति बन चुकी है।