विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत- आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। इससे पहले आर्टिकल में आपके बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।
विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत-
विटामिन ऐसे कार्बनिक यौगिक होते हैं जिन्हें शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्वयं उत्पन्न नहीं किया जा सकता।तभी तो उनकी पूर्ति के लिए उन्हें भोजन के रूप में लेना अति आवश्यक होता है। ऐसे कार्बनिक योगिक पदार्थ विटामिन कहलाते हैं। यह हमारे भोजन का अभिन्न अंग होते हैं। मुख्य रूप से विटामिन 6 प्रकार के होते हैं। विटामिनों की विस्तृत सूची निम्नलिखित है-
Vitamin types and their sources-
1.विटामिन A- विटामिन ए का दूसरा नाम रेटिनॉल है। विटामिन ए की कमी से रतौंधी,जीरोप्लेथैमिया एवं संक्रमण होने का खतरा जैसे रोग हो जाते हैं। दूध, अंडे, हरा साग- सब्जी, पनीर एवं यकृत का तेल इस के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
2.विटामिन B– विटामिन बी 9 प्रकार का होता है-
(१).विटामिन B1 -विटामिन b1 को थायमिन के नाम से भी जाना जाता है। तिल, मूंगफली, सूखी मिर्च, अंडे, यकृत, सब्जियां एवं बिना धुली दालें विटामिन b1 के अच्छे स्रोत होते हैं। इसकी कमी से बेरी बेरी रोग हो जाता है।
(२).विटामिन B2 – विटामिन B2 को राइबोलोविन के नाम से भी जाना जाता है। दूध, हरी सब्जियां, मांस,
खमीर एवं कलेजी इस के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। इसकी कमी से त्वचा का फटना, जीभ का फटना एवं
आंखों का लाल होना आदि रोग हो जाते हैं।
विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत-
(३).विटामिन B3 – विटामिन b3 का दूसरा नाम नियासिन है। इसकी कमी से पेलाग्रा(दाद) एवं 4-D- सिंड्रोम
नामक रोग हो जाते हैं।आलू टमाटर पत्तेदार हरी सब्जियां एवं मूंगफली आदि इस के अच्छे स्रोत हैं।
(४).विटामिन B5 – विटामिन b5 को पैंटोथैनिक के नाम से भी जाना जाता है। इसकी कमी से मंदबुद्धि होना,
जनन शक्ति का कम होना एवं बाल सफेद होना आदि रोग हो जाते हैं। दूध मास मूंगफली गन्ना एवं टमाटर के
अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
(६).विटामिन B6 – विटामिन बी सिक्स का दूसरा नाम पायरी डॉक्सिन है। विटामिन की कमी से एनीमिया
एवं त्वचा के रोग हो जाते हैं। अनाज मां एवं यकृत इस विटामिन की प्राप्ति के अच्छे स्रोत हैं।
विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत-
(७).विटामिन B7 – विटामिन b7 का दूसरा नाम बायोटीन है।किस विटामिन की कमी से बालों का गिरना शरीर
में दर्द होना एवं लकवा जैसी बीमारियां हो जाती हैं।मांस अंडा यकृत एवं दूध इस विटामिन के अच्छे स्रोत हैं।
(८).विटामिन B9 – विटामिन b9 को फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। किस विटामिन की कमी
से एनीमिया एवं पेचिश रोग हो जाता है।सेम, अंडे, दाल, सब्जियां एवं यकृत इस विटामिन की प्राप्ति के अच्छे स्रोत हैं।
(९).विटामिन B12 – विटामिन b12 का दूसरा नाम साएनोकाबालामिन है।विटामिन की कमी से एनीमिया
एवं पांडु रोग हो जाता है। मांस कलेजी एवं दूध इस विटामिन की प्राप्ति के अच्छे स्रोत हैं।
विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत-
3.विटामिन C– विटामिन सी को एस्कोरबिक अमल भी कहा जाता है। नींबू ,नारंगी, संतरा, अमरूद, खट्टे पदार्थ,
टमाटर, मिर्च एवं अंकुरित अनाज विटामिन सी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी एवं
मसूड़ों का फूलना आदि रोग हो जाते हैं।
4.विटामिन D– विटामिन डी को कैल्सीफेराल के नाम से भी जाना जाता है। दूध, अंडे, यकृत एवं मछली का तेल
विटामिन डी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स तथा वयस्कों में ऑस्टिया मलेशिया नामक रोग हो जाते हैं।
5.विटामिन E- विटामिन का विटामिन ई टोकॉफेरिल और टोकॉट्रिएनॉल समूह है। इसकी कमी से बच्चों में
एनीमिया हो जाता है। मूंगफली का तेल, सोयाबीन का तेल, मक्के का भूजा, ब्रेड आलू, पास्ता ,मछली मक्खन,
चीज, अंडा, दूध आदि विटामिन ई के स्रोत है।
विटामिनों के नाम एवं उनके स्रोत-
6.विटामिन K– विटामिन के का दूसरा नाम फिलोक्विनोस है। इस विटामिन की कमी से रक्त का थक्का न
बनना नामक रोग हो जाता है। टमाटर हरी सब्जियां आदि स्त्रोत माने जाते हैं।