विश्व के प्रमुख महासागर

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विश्व के प्रमुख महासागर
विश्व के प्रमुख महासागर

विश्व के प्रमुख महासागर:- इस आर्टिकल में आज SSCGK आपसे विश्व के प्रमुख महासागर नामक विषय के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इससे पहले आर्टिकल में आप विश्व के महाद्वीप नामक विषय के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।

विश्व के प्रमुख महासागर:-

जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि हमारी पृथ्वी एक जलीय ग्रह के रूप में जानी जाती है।इसका संपूर्ण
क्षेत्रफल 50.995 करोड वर्ग किलोमीटर है। इसका 36.106 करोड वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल जलमग्न है।

मोटे तौर पर ये पृथ्वी के  ¾ भाग पर फैले हुए हैं। इस पृथ्वी का 71.7% भाग जल से ढका हुआ है।
इस विस्तृत जल राशि को सुविधा की दृष्टि से पांच भागों में बांटा गया है, जिन्हें महासागर के नाम से
जाना जाता है। महासागर पृथ्वी की सतह पर अथाह खारे जल के विस्तृत भंडार हैं।
पृथ्वी के इन
महासागरों की औसत गहराई 3800 मीटर एवं औसत ऊंचाई 840 मीटर मानी गई है। जल में सोडियम
क्लोराइड की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। इनके जल से नमक भी बनाया जाता है।

विश्व में धरती पर मौजूद निम्नलिखित प्रमुख महासागर हैं:-

No.1. प्रशांत महासागर

No.2. हिंद महासागर

No.3. अंध महासागर

No.4. आर्कटिक महासागर

No.5. अंटार्कटिका महासागर

विश्व के प्रमुख महासागर:-

No.1. प्रशांत महासागर(Pacific Ocean)-प्रशांत महासागर पृथ्वी पर उपलब्ध अन्य सभी महासागरों से गहरा
है तथा इसकी आकृति त्रिभुज के आकार की है। इस महासागर का कुल क्षेत्रफल 16.5 करोड़ वर्ग किलोमीटर है।
पूर्व से पश्चिम तक यह 16000 किलोमीटर चौड़ा तथा उत्तर से दक्षिण तक 14880 मीटर लंबा है। इसमें 2000 से
भी अधिक है छोटे बड़े द्वीप हैं।
इसमें मेरियाना, बेनिन, क्यूराईल, अल्युशियन आदि महत्वपूर्ण गर्तें हैं।ये गर्तें 7000मीटर से 10000 मीटर तक गहरी हैं।
मेरियाना गर्त प्रशांत महासागर महासागर में स्थित सबसे गहरागहरा गर्त है।इन गर्तों में से अधिकतर गर्त द्वीपों के
आसपास के क्षेत्रों मे मिलते हैं|
इस महासागर के मध्य में स्थित द्वीप प्रवाल एवं ज्वालामुखी प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित हैं |
प्रशांत महासागर के पूर्व में उत्तर अमेरिका एवं दक्षिण अमेरिका, पश्चिम में एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया, उत्तर में आर्कटिक
महासागर तथा दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप हैं।

Vishav ke Pramukh Mahasagar:-

No.2. हिंद महासागर(Indian Ocean)-हिंद महासागर विश्व का एकमात्र ऐसा महासागर है जिसका नाम
भारत(हिंदुस्तान) के नाम पर पड़ा हुआ है। इस महासागर का कुल क्षेत्रफल 73425500 वर्ग किलोमीटर है। इसकी
औसत गहराई 4000 मीटर है। इस महासागर के उत्तर में एशिया पश्चिम अफ्रीका तथा पूर्व में ऑस्ट्रेलिया की धारा
प्रवाहित होती है। इस महासागर का आकार त्रिभुज के आकार का है।

इस महासागर में भी अंधमहासागर के समान कन्याकुमारी से लेकर अंटार्कटिका तक विस्तृत एक जलमग्न कटक है|
इस महासागर का सबसे गहरा गर्त सुंडा गर्त है, जिसकी गहराई लगभग 9200 मीटर है। इस महासागर में सबसे
बड़ा द्वीप मेडागास्कर स्थित है तथा डिगो गार्सिया द्वीप भी इस महासागर में ही स्थित है। इस महासागर में बंगाल
की खाड़ी, खंभात की खाड़ी पाक खाड़ी, मन्नार की खाड़ी, अरब सागर आदि स्थित हैं।इस महासागर का  सम्बन्ध
दक्षिण में अंटार्कटिका महासागर के पास अंध महासागर एवं प्रशांत महासागर से होता है |

विश्व के प्रमुख महासागर:-

No.3. अंध महासागर(Atlantic Ocean)-अंध महासागर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है। इस
महासागर का कुल क्षेत्रफल 82963800 वर्ग किलोमीटर है। यह महासागर उत्तर से दक्षिण तक 14000 किलो
मीटर लंबा तथा पूरब से पश्चिम तक 250 किलोमीटर चौड़ा है। इस महासागर का आकार अंग्रेजी के S अक्षर जैसा
है। इस महासागर का व्यापारिक दृष्टि से बहुत अधिक महत्व है।
व्यापारिक दृष्टि से यह महासागर बहुत ही व्यस्त महासागर है| इस महासागर की तटरेखा कटी फटी है |इसी कारण
से यह महासागरीय तटरेखा बंदरगाहों के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है |इसमें अनेक जलधाराएं बहती हैं जिनमें से
प्रमुख जल धाराएं हैं- ब्राजील ऑकलैंड एवं बेंगुएला जलधाराएं।इस माह के तत्वों के साथ लगते कुछ अन्य सागर भी
हैं, जिनमें प्रमुख हैं- भूमध्य सागर, कैरेबियन सागर, बाल्टिक सागर, उत्तरी सागर, हडसन की खाड़ी, बेफिन की
खाड़ी, मेक्सिको की खाड़ी आदि।

विश्व के प्रमुख महासागर:-

No.4. आर्कटिक महासागर(Arctic ocean)-

आर्कटिक महासागर संसार का सबसे छोटा महासागर है| यह महासागर उत्तरी ध्रुव के चारों ओर विस्तृत है। इसकी
कुल गहराई 3500 मीटर है।इस महासागर का तापमान मौसम के अनुसार बदलता रहता है |गर्मी की ऋतु में इसकी
लगभग 50% बर्फ पिघल जाती है |इसके जल की धाराओं में मीठा जल बहता है |इसका मुख्या कारण है –कम
वाष्पीकरण ,नदियों एवं धाराओं से भारी मात्रा में बहकर आने वाला मीठा पानी|  इस महासागर का सबसे अधिक
चौड़ा मग्न तट है। इस के प्रमुख बेसिन ग्रीनलैंड एवं नार्वे हैं। यह प्रशांत महासागर से बेरिंग जल संधि से जुड़ा हुआ है।
इस महासागर पर भारत का पहला शोध स्टेशन हिमाद्रि है।

विश्व के प्रमुख महासागर:-

No.5. अंटार्कटिका महासागर(Antarctic ocean)-अंटार्कटिका महासागर को दक्षिण ध्रुवीय महासागर भी
कहा जाता है। यह विश्व के महासागरों में चौथा बड़ा महासागर है। यह महासागर अंटार्कटिका महाद्वीप को चारों ओ
र से पूरी तरह से घेरे हुए है। सर्दी के मौसम में इस महासागर पर बर्फ गिरती है | इस गिरती हुई बर्फ से महासागर
पर बर्फ की एक मोटी चादर जम जाती है| अक्सर इससे बर्फ के मोटे एवं विशाल टुकड़े टूटकर पानी में गिरकर बहने
लगते हैं| इस महासागर में बहुत से आइस बर्ग तैरते रहते हैं| इनमें से कई आइस बर्ग दो इतने बड़े होते हैं, कि उनकी
मोटाई 1000 फीट से भी अधिक होती है एवं उनका  क्षेत्रफल 100 वर्ग मील से भी अधिक होता है।

विश्व के प्रमुख महासागर-

यहां के जल का औसत तापमान 27.8 फारेनहाइट रहता है। इस महासागर में समुद्री व्हेल मछली अधिक मात्रा में पाई
जाती हैं तथा यह महासागर व्हेल के शिकार के लिए उचित माना जाता है। यहां पर व्हेल मछली का काफी व्यापार भी
होता है। इस महाद्वीप की जलधारा दक्षिण अमेरिका महाद्वीप पहुंचते-पहुंचते दो भागों में बंट जाती है। इस महासागर
की एक धारा अमेरिका महाद्वीप के पूर्वी तट के साथ-साथ उत्तर की ओर चली जाती है जबकि दूसरी धारा पूरब की
ओर हार्न अंतरीप से आगे बढ़ जाती है।

आशा करते हैं कि इस आर्टिकल में हमारे द्वारा आपके लिए उपलब्ध करवाई गई पाठ्य सामग्री आपके ज्ञान वर्धन में सहायक सिद्ध होगी। यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आए, तो इसे लाइक अवश्य करें।