सर्वनाम की परिभाषा व भेद

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सर्वनाम की परिभाषा व भेद
सर्वनाम की परिभाषा व भेद

 सर्वनाम की परिभाषा व भेद:- इस पोस्ट में SSCGK आपसे सर्वनाम की परिभाषा व भेद के बारे में चर्चा करेंगे |

“दीपू विद्यालय गया। वहां दीपू ने मन लगाकर पढ़ाई की। विद्यालय की छुट्टी होने पर दीपू घर आ गया। परंतु घर आकर दीपू ने न तो खाना खाया और न ही आराम किया। दीपू किसी के साथ खेलने बाहर चला गया | दीपू शाम को घर वापिस आया|दीपू खाना खा कर सो गया|  ”

अब इस अनुच्छेद को दोबारा पढ़िए-

“दीपू विद्यालय गया। वहां उसने मन लगाकर पढ़ाई की। विद्यालय की छुट्टी होने पर वह घर आ गया। परंतु घर आकर उसने न तो खाना खाया और न ही आराम किया।वह किसी  के साथ खेलने बाहर चला गया | वह शाम को घर वापिस आया | वह खाना खा कर सो गया| ”

उपरोक्त गद्यांश में संज्ञा के स्थान प्रयुक्त हुए सर्वनाम शब्द हैं- उसने ,वह ,किसी आदि।

पिछली पोस्ट में हमने आपसे संज्ञा की परिभाषा व भेदों के बारे में चर्चा की थी।

 

सर्वनाम की परिभाषा व भेद:-

वाक्य में संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।”

जैसे- मैं, हम, तू, कौन, वह, वे, कौन क्या ,जैसा ,वैसा ,कोई  आदि।

सर्वनाम के छः भेद होते हैं-

No.1. पुरुषवाचक सर्वनाम

No.2. निश्चयवाचक सर्वनाम

No.3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

No4. संबंधवाचक सर्वनाम

No.5. प्रश्नवाचक सर्वनाम

No.6. निजवाचक सर्वनाम

 

सर्वनाम की परिभाषा व प्रकार :-

 

No.1. पुरुषवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से वक्ता, श्रोता तथा जिसके बारे में बात की जाए का बोध हो, पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। यह तीन प्रकार का होता है-

(i)-उत्तम पुरुष-वक्ता अर्थात् बोलने वाला। जैसे- मैं , हम आदि

(ii)-मध्यम पुरुष– श्रोता अर्थात् सुनने वाला। जैसे –तू ,तुम आदि।

(iii)-अन्य पुरुष-जिसके बारे में बात की जाए। जैसे –वह, वे आदि।

No.2. निश्चयवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का ठीक से निश्चय हो सके, निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

जैसे-

वह घर रामफल का है ।

यह कलम रौनक की है।

यह घर दीपू का है |

सर्वनाम की परिभाषा व भेद

No.3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से किसी व्यक्ति वस्तु स्थान का ठीक से निश्चय ना हो सके अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं ।

जैसे-

बाहर कोई आया है।

दूध में कुछ गिर गया है।

No.4. संबंधवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से संज्ञा या सर्वनाम के परस्पर संबंध का बोध हो, संबंधवाचक सर्वनाम कहलाते हैं ।

जैसे-

जो करेगा सो भरेगा।

जैसा बोओगे वैसा काटोगे।

जैसी करनी वैसी भरनी।

जैसा करोगे वैसा भरोगे |

No.5. प्रश्नवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से प्रश्न का बोध हो, प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

जैसे-

यह घर किसका है ?

क्या तुम आज मुंबई जाओगे ?

दरवाजे पर कौन खड़ा है ?

घंटी किसने बजाई ?

देव कहां रहता है ?

साहिल किसका बेटा है ?

 

No.6. निजवाचक सर्वनाम– जिन सर्वनाम शब्दों से का प्रयोग वक्ता अपने लिए करता है, वे निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

जैसे- मैं अपना काम अपने आप कर लेता हूं।

आप कल विद्यालय नहीं आए।

आप हमारे लिए सर्वोपरि हैं।