भारत के प्रमुख बंदरगाह:-आज आपसे भारत के प्रमुख बंदरगाह के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इससे पहली पोस्ट में आप रीति काल पर आधारित प्रश्नोत्तरी के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।
भारत के प्रमुख बंदरगाह:-
बंदरगाह एक फारसी भाषा का शब्द है जो कि तीन शब्दों से मिलकर बना हुआ है-
बंद+दर+गाह
इसका अर्थ हुआ
बंद अर्थात घिरा हुआ
दर अर्थात दरवाजा
गाह अर्थात गहरे पानी का स्थान
तीन ओर पानी से भूमि से घिरा हुआ समुद्र, जहां पर समुद्री जहाज आकर ठहरते हैं। अन्य शब्दों में हम कह सकते हैं कि समुद्री तट पर जहाजों के रुकने के स्थान को बंदरगाह कहा जाता है। समुद्री जहाज हमेशा समुद्र के किनारे आकर ही रुकते हैं तथा यहीं पर उनसे विदेशों से आयातित सामान उतारा जाता है व विदेशों को भेजा जाने वाला सामान उनमें लादा जाता है।
भारत के प्रमुख बंदरगाह फॉर एस एस सी :-
भारत के प्रमुख बंदरगाह के नाम निम्नलिखित हैं:-
No.-1. कोलकाता बंदरगाह
No.-2. पारादीप बंदरगाह
No.-3. विशाखापट्टनम बंदरगाह
No.-4. चेन्नई बंदरगाह
No.-5. न्यू तूतीकोरिन बंदरगाह
No.-6. पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह
No.-7. मुंबई बंदरगाह
No.-8. न्हावाशेवा बंदरगाह
No.-9. कोचीन बंदरगाह
No.-10. मार्मागाओ बंदरगाह
No.-11. न्यू मंगलौर बंदरगाह
No.-12. कांडला बंदरगाह
No.-13. हल्दिया बंदरगाह
BHARAT KE PRAMUKH BANDERGAH FOR HSSC :-
No.-1. कोलकाता बंदरगाह-कोलकाता बंदरगाह पूर्वी तट का सबसे बड़ा तथा भारत का दूसरा बड़ा कृत्रिम बंदरगाह है। यह पश्चिम बंगाल में कोलकाता में हुगली नदी पर स्थित है। पहले इसी बंदरगाह से भारत का विदेशों से वस्तुओं का आयात निर्यात होता था।
No.-2. पारादीप बंदरगाह-पारादीप बंदरगाह एक प्राकृतिक बंदरगाह है। यह उड़ीसा राज्य के तट पर बंगाल की खाड़ी में स्थित है। बंदरगाह से बिहार में उड़ीसा से खनिजों का निर्यात किया जाता है। इसी बंदरगाह से इंजीनियरिंग का सामान, मशीनों व उर्वरकों का आयात भी किया जाता है।
BHARAT KE PRAMUKH BANDERGAH FOR SSC :-
No.-3. विशाखापट्टनम बंदरगाह-यह भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह है। यह आंध्रप्रदेश के तट पर बंगाल की खाड़ी में स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह बंदरगाह भारत का सबसे गहरा बंदरगाह है। यहां जहाजों का निर्माण एवं मरम्मत का कार्य भी किया जाता है।
No.-4. चेन्नई बंदरगाह- चेन्नई बंदरगाह भारत का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह तमिलनाडु राज्य के तट पर बंगाल की खाड़ी में स्थित है। यातायात की दृष्टि से यह सर्वाधिक घनत्व वाला बंदरगाह है।
No.-5. न्यू तूतीकोरिन बंदरगाह-न्यू तूतीकोरिन बंदरगाह तमिलनाडु राज्य के तट पर बंगाल की खाड़ी में स्थित है आयात निर्यात की दृष्टि से यह बंदरगाह अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह तमिलनाडु राज्य के दक्षिणी छोर पर स्थित है। इस बंदरगाह से तंबाकू, मछली, सीमेंट, लिग्नाइट कोयला, चावल आदि वस्तुओं का निर्यात किया जाता है तथा खाद, सूती, वस्त्र व मशीनें आदि वस्तुओं का आयात किया जाता है।
BHARAT KE PRAMUKH BANDERGAH FOR CGL :-
No.-6. पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह-पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह बंगाल की खाड़ी में स्थित अंडमान निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। भारत सरकार ने 2010 में इसे भारत के 13वें बंदरगाह के रूप में मान्यता दी है।
No.-7. मुंबई बंदरगाह-मुंबई बंदरगाह महाराष्ट्र राज्य में के तत्पर अरब सागर में स्थित है इसे भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता है यह पश्चिमी तट का सबसे बड़ा बंदर का है इसी बंदरगाह से भारत का सबसे अधिक व्यापार होता है अर्थात आयात निर्यात किया जाता है ।
No.-8. न्हावाशेवा बंदरगाह-न्हावाशेवा एक कृत्रिम बंदरगाह है। यह भारत का सबसे आधुनिक एवं सभी प्रकार की सुख सुविधाओं से युक्त बंदरगाह है। इसे मुंबई बंदरगाह के भार को कम करने के उद्देश्य से बनाया गया है।
भारत के प्रमुख बंदरगाह:-
No.-9. कोच्ची बंदरगाह-कोच्चि बंदरगाह एक प्राकृतिक एवं सर्वश्रेष्ठ बंदरगाह है। यह भारत की महत्वपूर्ण बंदरगाहों में से एक है। केरल राज्य के तट पर अरब सागर में स्थित है। यह बंदरगाह चाय, कॉफी व। मसालों के निर्यात के लिए प्रसिद्ध है। यहां बड़े से बड़े पानी के जहाज भी ठहर सकते हैं।
No.-10. मार्मागाओ बंदरगाह-मार्मागाओ बंदरगाह एक प्राकृतिक बंदरगाह है। यह गोवा राज्य की तट पर अरब सागर में स्थित है।
No.-11. न्यू मंगलौर बंदरगाह-न्यू मंगलौर बंदरगाह आयात- निर्यात की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह कर्नाटक राज्य के तट पर अरब सागर में स्थित है। यहां से कद्रेमुख की खानों से निकला लौह अयस्क निर्यात किया जाता है।
भारत के प्रमुख बंदरगाह:-
No.-12. कांडला बंदरगाह-कांडला बंदरगाह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह गुजरात के तट पर कच्छ की खाड़ी में स्थित है। यहां से काफी मात्रा में कपास कच्चा तेल सूती वस्त्र खाद्य पोटाश फास्फेट नमक इत्यादि वस्तुओं का निर्यात किया जाता है।
No.-13. हल्दिया बंदरगाह-यह एक कृत्रिम बंदरगाह है। इसे कोलकाता बंदरगाह के भार को कम करने के लिए बनाया गया है। यह पश्चिम बंगाल में हुगली नदी पर बंगाल की खाड़ी में स्थित है। यहां तेल शोधक कारखाना भी है।