---Advertisement---

CTET ka Question

|
Facebook
ctet-question-paper-2019-pdf-download
---Advertisement---

CTET ka Question:- साथियों आज SSC GK आपके लिए ctet question paper pdf , ctet पिछले वर्ष पेपर हल pdf download , ctet question paper 2023 , ctet question paper 2023 pdf download in hindi लेकर आया है. यदि आप Google पर  स्टेट प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर with answer or ctet पिछले वर्ष पेपर हल in hindi को Search कर रहे थे तो आप बिलकुल सही वेबसाइट SSC GK पर है.

CTET ka Question

इस पोस्ट में हम आपको   बाल विकास नोट्स इन हिंदी पीडीऍफ़ डाउनलोडctet free mock test in hindi के बेहतरीन नोट्स उपलब्ध करवा रहे है.

Que.-1.अनुभाव के प्रकार है – 1 कायिक (शारीरिक), 2 मानसिक, 3 आहार्य (बनावटी), 4 वाचिक (वाणी), 5 सात्विक (शरीर के अंग विकार)

Que.-2.सात्विक अनुभाव की संख्या है – आठ। स्तम्भ, स्वेद, रोमांच, स्वरभंग, वेपथु, वैवण्य, अश्रु, प्रलय

Que.-3.नायिका के अनुभाव माने गए है – 28 प्रकार के।

Que.-4.व्यभिचारी या संचारी भाव कहते हैं – वह भाव जो स्थायी भाव की ओर चलते है, जिससे स्थायी भाव रस का रूप धारण कर लेवे। इसे यो भी कह सकते हैं जो भाव रस के उप कारक होकर पानी के बुलबुलों और तरंगों की भांति उठते और विलिन होते है। उन्हें व्यभिचारी या संचारी भाव कहते है।

Que.-5.संचारी भाव के भेद है – भरत मुनि ने 33 संचारी भाव माने है (निर्वेद, ग्लानि, शंका, असूया, मद, श्रम, आलस्य, देन्य, चिंता, मोह, स्मृति, घृति, ब्रीडा, चपलता, हर्ष, आवेग, जड़ता, गर्व, विषाद, औत्सुक्य, निद्रा, अपस्मार, स्वप्न, विबोध, अमर्ष, अविहित्था, उग्रता, मति, व्याधि, उन्माद, मरण, वितर्क) महाकवि देव ने 34 वां संचारी भाव छल माना लेकिन वह विद्वानों को मान्य नहीं हुआ। महाराज जसवंत सिंह ने भारतभूषण में 33 संचारी भावों को गीतात्मक रूप में लिखा है।

Que.-6.स्थायी भाव का अर्थ है – जिस भाव को विरोधी या अविरोधी भाव आने में न तो छिपा सकते हैं और न दबा सकते हैं और जो रस में बराबर स्थित रहता है।

Que.-7.’हा राम! हा प्राण प्यारे। जीवित रहूं किसके सहारे’ में रस है – करूण रस

Que.-8.हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी। तुम देखी सीता मृगनैनी॥ में रस है – वियोग शृंगार रस

Que.-9.स्थायी भाव की विशेषताएं है – अन्य भावों को लीन करने की, विभाव, अनुभाव, संचारी भाव से पुष्ट होकर रस में बदलता है।

Que.-10.स्थायी भाव के भेद है- प्राचीन काव्यशास्त्रियों के अनुसार नौ तथा आधुनिक के अनुसार 11

स्थायी भाव के भेद के नाम – रति, शोक, क्रोध, उत्साह, ह्यास, भय, विस्मय, घृणा, निर्वेद, आत्म स्नेह और ईष्ट विषयक रति।

CTET ka Question Complete Notes PDF Download

Download CTET ka Question Complete Notes PDF = Click Here

Join CTET ka Question Whatsapp Group = Click Here

Join CTET ka Question Telegram Group = Click Here

My name is Jagminder Singh and I like to share knowledge and help.

Keep Reading

ctet-mock-test-paper-1
|
by Jagminder Singh
how-many-times-ctet-exam-held-in-a-year
|
by Jagminder Singh