हिन्दी साहित्य

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं:-इस आर्टिकल में SSCGK आपसे हिंदी के प्रमुख साहित्यकार
एवं उनकी रचनाएं नामक विषय के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
इससे पहले आर्टिकल में आप भारत के परमाणु विद्युत संयंत्र के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं-

       साहित्यकार                                                  रचनाएं

No.-1. कालिदास- रघुवंश, मेघदूत, कुमारसंभव, ऋतुसंहार, अभिज्ञान शाकुंतलम्, मालविकाग्निमित्रम् और विक्रमोर्वशीयम्।

नोट- कालिदास को भारत का शेक्सपियर कहा जाता है।

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं फॉर  एचएसएससी- 

No.-2. विशाखादत्त-देवीचंद्रगुप्तम, मुद्राराक्षस।

No.-3. विष्णु शर्मा -पंचतंत्र

No.-4. बाणभट्ट- कादंबरी- हर्षचरित

No.-5. पाणिनि- अष्टाध्यायी

No.-6. पतंजलि -महाभाष्य

No.-7. दंडी– दशकुमार चरित

 

Hindi ke Pramukh Sahityakar evm Unki Rachnayen:-

No.-8. राजशेखर- काव्यमीमांसा, कर्पूर मंजरी

No.-9. तुलसीदास- श्रीरामचरितमानस, कवितावली, गीतावली, दोहावली, विनय पत्रिका, बरवै रामायण, रामलला नहछू, जानकी मंगल और पार्वती मंगल।

No.-10. मुंशी प्रेमचंद- गोदान, गबन, कर्मभूमि, रंगभूमि, सेवा सदन, कर्बला, प्रेमाश्रम, ईदगाह, प्रेम की वेदी, पूस की रात, मंगलसूत्र, नमक का दरोगा, मानसरोवर, कुछ विचार, संग्राम, प्रेम पच्चीसी और निर्मला।

Hindi Ke Pramukh Sahityakar evm Unki Rachnayen For SSC CGL:-

No.-11. धर्मवीर भारती- ठेले पर हिमालय, गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोडा, अंधा युग।

No.-12. रामचंद्र शुक्ल-चिंतामणि

No.-13. हजारी प्रसाद ‘द्विवेदी’-अशोक के फूल

No.-14. भारतेंदु हरिश्चंद्र-अंधेर नगरी

No.-15. लल्लू लाल-प्रेम सागर

No.-16. सदल मिश्र-नासिकेतोपाख्यान

No.-17. देवकीनंदन खत्री-चंद्रकांता

No.-18. जैनेंद्र-त्यागपत्र

No.-19. स्वामी दयानंद ‘सरस्वती’-सत्यार्थ प्रकाश

No.-गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’-चांद का मुंह टेढ़ा है

No.-21. जयशंकर प्रसाद-झरना, लहर, ध्रुवस्वामिनी, अजातशत्रु, स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, आकाशदीप, इंद्रजाल, प्रेम पथिक, कामिनी, कंकाल, तितली, आंसू, आंधी,

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं:-

No.-22. महादेवी वर्मा- मेरा परिवार, संध्यागीत, रश्मि, निहार, नीरजा, दीपशिखा, यामा, अतीत के चलचित्र, गिल्लू।
नोट-महादेवी वर्मा को 1982 में उनकी कृति ‘यामा’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।

 

No.-23. सुमित्रानंदन पंत-चिदंबरा, पतझड़ पल्लव कला और बूढ़ा चांद, गीता और हंस

नोट- सुमित्रानंदन पंत को 1968 में उनकी कृति ‘चिदंबरा’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया था।

 

No.-24. सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’-नए पत्ते, आराधना, आधे-अधूरे, गीतिका, परिमल, करुणालय, अर्चना।

No.-25. रामधारी सिंह ‘दिनकर’- कुरुक्षेत्र, संस्कृति के चार अध्याय, उर्वशी, रेणुका, हुंकार, रसवंती, इतिहास के आंसू।

नोट- रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को उनकी रचना ‘उर्वशी’ के लिए 1972 में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।

 

No.-26. सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’- तार सप्तक, कितनी नावों में कितनी बार।

नोट- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ को 1978 में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था|

 

No.-27. मैथिलीशरण गुप्त- भारत भारती, साकेत, द्वापर। किसान, जय भारत, पंचवटी, रंग में भंग, यशोधरा

No.-28. अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’– वैदेही वनवास

No.-29. रसखान- प्रेम वाटिका।

No.-30. सूरदास- सूरसागर, सूर सारावली, साहित्य लहरी।

No.-31. राहुल सांकृत्यायन- मेरी तिब्बत यात्रा।

No.-32. हर्षवर्धन- रत्नावली, प्रियदर्शिका, नागालैंड।

No.-33. बाबू गुलाब राय मेरी असफलताएं, राष्ट्र का सिद्धांत और अध्ययन

No.-34. नरपति नाल्ह- बीसलदेव रासो

No.-35. जगनिक- परमाल रासो

No.-36. चंदबरदाई- पृथ्वीराज रासो

No.-37.शार्ङधर-हम्मीर रासो

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं:-

No.-38. जयप्रकाश भारती– चलो चांद पर चलें, दुनिया रंग बिरंगी, अथाह सागर।

No.-39. हरिवंश राय बच्चन– मधुशाला, मधुबाला, क्या भूलूं क्या याद करूं, नीड का निर्माण फिर

No.-40. डॉ. राजेंद्र प्रसाद- मेरी आत्मकथा, शिक्षा और संस्कृति, भारतीय संस्कृति, गांधीजी की ट्रेन।

No.-41. रामनरेश त्रिपाठी – स्वप्न, मिलन, मानसी।

No.-42. स्वयंभू- पउमचरिउ

No.-43. अमृतराय- कलम का सिपाही

No.-44. मंजन- मधुमालती

No.-45. मलिक मोहम्मद जायसी– पद्मावत, आखिरी कलाम

No.-46. राजा राममोहन राय– संवाद कौमुदी

No.-47. कुतुबन– मृगावती

No.-48. शुद्रक- मृच्छकटिकम्

No.-49. ज्योतिबा राव फुले- गुलामगिरी

No.-50. गुलबदन बेगम– हुमायूंनामा

No.-51. बाल गंगाधर तिलक– गीता रहस्य

No.-52. अबुल फजल– आईने अकबरी, अकबरनामा

No.-53. क्षेमेंद्र- वृहत् कथामंजरी

No.-54. सोमदेव- कथासरित्सागर

No.-55. अश्वघोष- बुद्धचरित

No.-56.फनिश्वर नाथ रेणु- मैला आंचल 


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Jagminder Singh

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